रायपुर। छत्तीसगढ़ के कोरिया जिले में आईएएस अधिकारी के द्वारा एक स्कूल टीचर को कखित तौर पर पीटे जाने का मामला सामने आया है। 50 से अधिक टीचरों ने ड्यूटी से अनुपस्थित रहने तथा स्कूल को गंदा रखने के लिए कलेक्टर के द्वारा एक टीचर की पिटाई का आरोप लगाते हुए पुलिस स्टेशन के सामने प्रदर्शन किया।
इस घटना के विरोध में पूरे जिले भर से 500 से अधिक टीचरों ने रैली निकाली। सोमवार को सभी स्कूलों को बंद रखते हुए 5 हजार टीचर्स ने कलेक्टर आॅफिस के सामने प्रदर्शन करने की योजना बनाई है।
जब आईएएस अधिकारी नरेंद्र दुग्गा कोरिया के सोनहट ब्लॉक के तुरीपानी में एक सरकारी प्राइमरी स्कूल में सरप्राइज दौरे पर आए। प्राप्त जानकारी के अनुसार स्कूल में टीचर को नहीं पाकर कलेक्टर भड़क उठे और उन्हें डांट भी लगाई। इस दौरान उन्होंने टीचर को दो बार थप्पड़ भी मारा।
बातचीत में पीड़ित टीचर हीरा सिंह ने बताया, मैं स्कूल में एकमात्र स्टाफ हूं। उस दिन नागपंचमी का त्योहार था और स्कूल में बच्चे भी बहुत कम संख्या में आए थे। मैं अनुपस्थित नहीं था, बल्कि गांव में बच्चों को लाने के लिए गया हुआ था। वापस आते वक्त मैं तीन बच्चों को भी साथ ले आया था। वहां पर मौजूद कलेक्टर ने मेरे साथ दुर्व्यवहार करते हुए दो थप्पड़ भी मार दिया।
उन्होंने कहा, कलेक्टर दुग्गा स्कूल में धूल और गंदगी से बहुत नाराज हुए और मुझे सफाई न करने की वजह पूछी। मैं स्कूल में अकेला स्टाफ हूं। यहां पर कोई स्वीपर, टीचर या कोई प्रिंसिपल नहीं हैं। पहली से पांचवीं क्लास तक के स्टूडेंट को मैं अकेला ही पढ़ाता हूं।
शिक्षकों के एक ग्रुप ने इस संबंध में पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने हालांकि प्रारंभिक जांच की बात करते हुए एफआईआर दर्ज करने से इंकार कर दिया। अब शिक्षकों ने बड़े पैमाने पर धरना-प्रदर्शन करने की तैयारी की है।
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