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Thursday, August 3, 2017

विदेश नीति पर राज्यसभा में चर्चा, विपक्ष ने कहा ‘विदेश अच्छा’

नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र के दौरान राज्यसभा में गुरुवार को विदेश नीति पर चर्चा हुई। चर्चा के दौरान विपक्ष ने चीन और पाकिस्तान  के मुद्दे पर सरकार को घेरा।  चर्चा के दौरान जदयू नेता शरद यादव बोले कि आज के समय में चीन की ओर से जो बयान आते हैं तो काफी तकलीफ होती है। हमारे देश की जनता अगर मजबूत होगी, तो ही हमारी सेना भी मजबूत होगी। हमने पिछले 70 वर्षों में अपनी जनता को मजबूत नहीं किया है। उन्होंने कहा कि चीन में हर कोई इस मुद्दे पर एक है, लेकिन हमारा देश अपनी ही दिक्कतों से जूझ रहा है। देश में किसान मर रहा है, सभी की अपनी अलग-अलग समस्या है। शरद यादव ने कहा कि 1971 में भारतीय सेना ने अकेले दम पर युद्ध लड़ा, लेकिन इंदिरा गांधी जी की चतुराई भी काफी काम आई थी।

शरद यादव ने कहा कि हमनें 1974 में सिक्किम भी ले लिया और किसी को पता ही नहीं लिया। उन्होंने कहा कि चीन अगर धमकाता है तो उसपर गुस्सा नहीं आता है बल्कि अपने पर गुस्सा आता है। अगर हम ही मजबूत होते तो श्रीलंका हमारे पास से नहीं जाता। उन्होंने कहा कि हमारे देश को अच्छा विदेश मंत्री मिला है, लेकिन उसका अच्छा इस्तेमाल नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि आप हरिया की तरह काम कर रही हैं, लेकिन कक्का कोई और है। उन्होंने कहा कि पूरा देश आपके साथ है, अगर जरुरत पड़ी तो हम हाथ-पैर से भी लड़ने को तैयार हैं। 

आनंद शर्मा का पीएम पर वार
चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता आनंद शर्मा ने कहा कि पाकिस्तान के मुद्दे पर सरकार की नीति साफ नहीं है, पहले कहते हैं कि बात करेंगे लेकिन एक ही बार में बात को खत्म भी कर दिया जाता है। आनंद शर्मा ने कहा कि ऐसा क्या हुआ कि भारत के प्रधानमंत्री अफगानिस्तान के दौरे से लौटते हुए लाहौर चले गए। आनंद शर्मा बोले कि जब पीएम मोदी वहां पर उतरे तो वहां पर उन्हें सलामी नहीं मिली, ना ही गॉर्ड आॅफ आॅनर नहीं मिला बल्कि तोहफे में आतंकवादी हमले मिले।

आनंद शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री अभी तक 65 देशों की यात्रा कर चुके हैं, लेकिन बताते नहीं क्या बात हुई। पीएम 5 बार अमेरिका जा चुके हैं, प्लेन में अकेले जाते हैं। प्लेन से उतरने का प्रोटोकॉल होता है, लेकिन अकेले उतरते हैं ताकि कोई फ्रेम में ना रहे। पहले उन्होंने कहा था कि वह एक के बदले 10 सिर लाएंगे, लेकिन कूटनीति हल्केपन से नहीं चलती है।

आनंद शर्मा ने कहा कि हाल में एनएसए अजीत डोभाल भी चीन गए थे, लेकिन क्या बात हुई। हम पूरी बात नहीं पूछ रहे हैं, लेकिन कोई आइडिया तो दिया जाए कि क्या हो रहा है। इस दौरान नेता विपक्ष गुलाम नबी आजाद ने चर्चा के दौरान पीएम के मौजूद होने का मुद्दा भी उठाया, लेकिन सुषमा ने कहा कि पीएम इस चर्चा के दौरान मौजूद नहीं रहेंगे।

आनंद शर्मा ने कहा कि पीएम अमेरिका में गए और कहा कि सर्जिकल स्ट्राइक से दुनिया को भारत की ताकत को पता चला। उन्होंने कहा कि पीएम इंदिरा गांधी और बांग्लादेश को भूल गए। आनंद शर्मा बोले कि चीनी राष्ट्रपति ने भारत के मुद्दे पर दो बार बोला है, हमें चीन के बारे में चिंता करनी चाहिए। डोकलाम विवाद पर कोई ठोस फैसला होना चाहिए। उन्होंने कहा कि पीएम मन की बात करते हैं, लेकिन बॉर्डर के मुद्दे पर चुप रहते हैं।

रामगोपाल बोले - मित्र देशों की संख्या बढ़ाए भारत
चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी नेता रामगोपाल यादव ने कहा कि भारत को चारों ओर से घेरा जा रहा है, चीन और पाकिस्तान एक साथ मिलकर भारत पर निशाना साध रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें दुनिया में अपने मित्र देशों की संख्या बढ़ानी चाहिए, रूस के साथ भी पिछले कुछ दिनों में संबंधों में कमी आई है। हमें यह तय करना होगा कि हमारा सबसे भरोसेमंद दोस्त कौन है। रामगोपाल बोले कि फिलिस्तीन के कारण हमारे संबंध इजरायल से अच्छे नहीं रहे हैं, उसके कारण ही हमनें इजरायल को काफी समय के बाद मान्यता दी। हमारी सीमा के पास हमारा कोई समर्थक नहीं बचा है, ये एक चिंता का विषय है।


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