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Saturday, August 12, 2017

गोरखपुर के अस्पताल में जारी है बच्चों की मौत का सिलसिला,आज जाएंगे CM






गोरखपुर। उत्तरप्रदेश के गोरखपुर का सरकारी अस्पताल बच्चों के लिए कब्रिस्तान बन गया। यहां मौत का सिलसिला रविवार को भी जारी रहा। आज दिमागी बुखार से 4 साल के बच्चे की मौत हो गयी। इससे पहले अस्पताल की लापरवाही से एक-एक कर 64 मासूमों ने अस्पताल के अंदर दम तोड़ दियाथा। ये घटना गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज की है, जहां मरने वालों में 13 बच्चे एनएनयू वार्ड और 17 इंसेफेलाइटिस वार्ड में भर्ती थे। बताया जा रहा है कि 69 लाख रुपए का भुगतान न होने की वजह से आॅक्सीजन सप्लाई करने वाली फर्म ने आॅक्सीजन की सप्लाई गुरुवार की रात से ठप कर दी थी। खबरों के मुताबिक पिछले 5 दिनों में 60 बच्चों की मौत हो चुकी है। हालांकि, अस्पताल प्रशासन ने आॅक्सीजन की कमी से इंकार किया है।
दरअसल, अस्पताल में लिक्विड आॅक्सीजन तो गुरुवार से ही बंद थी और शुक्रवार को सारे सिलेंडर भी खत्म हो गए। इंसेफेलाइटिस वार्ड में मरीजों ने दो घंटे तक अम्बू बैग का सहारा लिया। हॉस्पिटल मैनेजमेंट की बड़ी लापरवाही के चलते 30 बच्चों को अपनी जान से हाथ धोना पड़ा। अस्पताल में आॅक्सीजन सप्लाई करने वाली फर्म का 69 लाख रुपए का भुगतान बकाया था।

मामले को तूल पकड़ने के बाद सरकार की ओर से इस मामले पर सफाई आई है। जारी बयान में कहा गया है कि आॅक्सीजन की कमी के कारण किसी रोगी की मौत नहीं हुई है। मेडिकल कॉलेज में भर्ती 7 मरीजों की विभिन्न चिकित्सीय कारणों से 11 अगस्त को मृत्यु हुई। घटना की मजिस्ट्रेटियल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। वहीं डीएम ने 5 सदस्यीय टीम गठिक की जो कि आज अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।

राजनीति हुई शुरू
वहीं बच्चों की मौत ने अब राजनीतिक रंग ले लिया हैं। विपक्ष ने मामले पर योगी सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। अखिलेश यादव ने ट्वीट किया है कि गोरखपुर मे आॅक्सीजन की कमी से बच्चों की दर्दनाक मौत, सरकार जिÞम्मेदार। कठोर कार्रवाई हो, 20-20 लाख का मुआवजा दे सरकार। वहीं राहुल गांधी का ट्वीट आया कि बीजेपी सरकार इसके लिए जिम्मेदार हैं। लापरवाही बरतने वालों को सजा मिलनी चाहिए। बीएसपी की ओर किए गए ट्वीट में लिखा गया कि योगी सरकार को बर्खास्त कर देना चाहिए और स्वास्थ मंत्री समेत हॉस्पिटल के स्टॉफ को जेल भेज देना चाहिए।

घटना की जानकारी होते ही जिलाधिकारी ने तत्काल मेडिकल कॉलेज पहुंचकर स्थिति का जायजा लिया तथा निर्देश दिए कि चिकित्सा व्यवस्था में किसी भी स्तर पर लापरवाही न बरती जाए। जिलाधिकारी राजीव रौतेला ने मेडिकल कालेज के निरीक्षण के दौरान बताया कि बाबा राघव दास मेडिकल कॉलेज में आक्सीजन सिलेंडर की कमी नहीं है। मेडिकल कॉलेज प्रशासन द्वारा बताया गया है कि लगभग 175 आक्सीजन सिलेण्डर उपलब्ध हैं। निरीक्षण के दौरान सांसद कमलेश पासवान और संबंधित विभागों के वरिष्ठ अधिकारी गण उपस्थित रहे।


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