जून तिमाही में दोगुना हुआ पेटीएम का घाटा, रेवेन्यू में भी आई बड़ी गिरावट
Paytm Q1 Result फिनटेक कंपनी पेटीएम ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिये हैं। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि जून तिमाही में कंपनी का नेट लॉस 840 करोड़ रुपये हो गया है। यह मार्च तिमाही की तुलना में बढ़ा है। इसके अलावा कंपनी ने जानकारी दी कि पहली तिमाही में रेवेन्यू में भी गिरावट आई है।

पेटीएम की पेरेंट कंपनी One97 Communications ने चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही के नतीजे जारी कर दिये हैं। कंपनी ने अपने पहली तिमाही के वित्तीय प्रदर्शन की जानकारी दी। पेटीएम ब्रांड ने बताया कि जून तिमाही में कंपनी का नेट लॉस बढ़कर 840 करोड़ रुपये हो गया है।
एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी का कुल घाटा 358.4 करोड़ रुपये था।
कैसी रही कंपनी की परफॉर्मेंस
नेट लॉस के साथ कंपनी के रेवेन्यू में भी गिरावट आई है। अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 33.48 फीसदी गिरकर 1,639.1 करोड़ रुपये रह गया। यह एक साल पहले इसी अवधि में 2,464.2 करोड़ रुपये था।
अगर कंपनी के घाटे की बात करें तो सालाना आधार पर कंपनी को 839 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी को 550 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है, जो तिमाही आधार पर 53 फीसदी बढ़ा है।
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RBI के एक्शन का असर
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पेटीएम पेमेंट बैंक पर प्रतिबंध लगा दिया। इस साल 31 जनवरी को आरबीआई द्वारा जारी सर्कुलर में कहा गया था कि 29 फरवरी 2024 के बाद से पेटीएम पेमेंट बैंक के अकाउंट में कस्टमर द्वारा पैसे जमा नहीं किये जा सकते हैं। इसके अलावा यूजर्स वॉलेट, प्रीपेड सर्विसेज, फास्टैग और दूसरी सर्विसेज में भी पैसे डिपॉजिट नहीं कर सकते हैं। हालांकि, 29 फरवरी 2024 की समयसीमा को बाद में बढ़ाकर 15 मार्च कर दिया गया।
पेटीएम के शेयर का हाल
तिमाही नतीजों के एलान के बाद कंपनी के शेयर में लगभग 1 फीसदी की तेजी देखने को मिली। वहीं, अगर शेयर की परफॉर्मेंस की बात करें तो पिछले 1 साल में कंपनी के शेयर 45.93 फीसदी की गिरावट आई है। खबर लिखते वक्त पेटीएम के शेयर 10.10 रुपये की बढ़त के साथ 455.40 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा है।
एक्सचेंज फाइलिंग के अनुसार पिछले साल की इसी तिमाही में कंपनी का कुल घाटा 358.4 करोड़ रुपये था।
कैसी रही कंपनी की परफॉर्मेंस
नेट लॉस के साथ कंपनी के रेवेन्यू में भी गिरावट आई है। अप्रैल-जून तिमाही में कंपनी का रेवेन्यू 33.48 फीसदी गिरकर 1,639.1 करोड़ रुपये रह गया। यह एक साल पहले इसी अवधि में 2,464.2 करोड़ रुपये था।
अगर कंपनी के घाटे की बात करें तो सालाना आधार पर कंपनी को 839 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है। चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में कंपनी को 550 करोड़ रुपये का घाटा हुआ है, जो तिमाही आधार पर 53 फीसदी बढ़ा है।
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RBI के एक्शन का असर
भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) ने पेटीएम पेमेंट बैंक पर प्रतिबंध लगा दिया। इस साल 31 जनवरी को आरबीआई द्वारा जारी सर्कुलर में कहा गया था कि 29 फरवरी 2024 के बाद से पेटीएम पेमेंट बैंक के अकाउंट में कस्टमर द्वारा पैसे जमा नहीं किये जा सकते हैं। इसके अलावा यूजर्स वॉलेट, प्रीपेड सर्विसेज, फास्टैग और दूसरी सर्विसेज में भी पैसे डिपॉजिट नहीं कर सकते हैं। हालांकि, 29 फरवरी 2024 की समयसीमा को बाद में बढ़ाकर 15 मार्च कर दिया गया।
पेटीएम के शेयर का हाल
तिमाही नतीजों के एलान के बाद कंपनी के शेयर में लगभग 1 फीसदी की तेजी देखने को मिली। वहीं, अगर शेयर की परफॉर्मेंस की बात करें तो पिछले 1 साल में कंपनी के शेयर 45.93 फीसदी की गिरावट आई है। खबर लिखते वक्त पेटीएम के शेयर 10.10 रुपये की बढ़त के साथ 455.40 रुपये प्रति शेयर पर कारोबार कर रहा है।
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