पहलगाम हमले के पांच दिन बाद ट्रंप-पाकिस्तान के बीच हुई थी ये बड़ी डील! बिलाल से जुड़ा कनेक्शन; एरिक और डोनाल्ड जूनियर की हिस्सेदारी
ऑपरेशन सिंदूर के बाद ट्रंप ने पाकिस्तान की प्रशंसा की जिससे सब हैरान थे। इसका कारण ट्रंप परिवार की क्रिप्टो करेंसी कंपनी वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल (डब्लूएलएफ) का पाकिस्तान क्रिप्टो काउंसिल (पीसीसी) से समझौता था। यह समझौता पहलगाम आतंकी हमले के पांच दिन बाद हुआ। डब्लूएलएफ में ट्रंप के बेटों एरिक और डोनाल्ड जूनियर की हिस्सेदारी है। कंपनी के सह संस्थापक जैक विटकाफ हैं जिनके पिता ट्रंप के सलाहकार हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और पाकिस्तान के पीएम शहबाज शरीफ (Photo - JNN)ऑपरेशन सिंदूर थमने के बाद अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप ने पाकिस्तान की प्रशंसा के पुल बांध कर भारत समेत विश्व को हैरान कर दिया था। इस अप्रत्याशित प्रशंसा और पाकिस्तान के प्रति उमड़े प्रेम के पीछे के कारणों में एक बड़ा कारण ट्रंप परिवार के हिस्सेदारी वाली क्रिप्टो करेंसी कंपनी वर्ल्ड लिबर्टी फाइनेंशियल (डब्लूएलएफ) का पाकिस्तान क्रिप्टो काउंसिल (पीसीसी) से हुआ समझौता माना जा रहा।
यह समझौता पहलगाम आतंकी हमले के पांच दिन बाद 27 अप्रैल को इस्लामाबाद में हुआ। डब्लूएलएफ में ट्रंप के बेटों एरिक, डोनाल्ड जूनियर आदि की हिस्सेदारी है।

कंपनी के सह संस्थापकों में से एक जैक विटकाफ हैं। वे स्टीव विटकाफ के बेटे हैं, जो ट्रंप के खास सलाहकार एवं पश्चिम एशिया में अमेरिका के विशेष दूत हैं। उन्होंने हाल में हमास से एक अमेरिकी बंधक को छुड़वाया था।
स्टीव राष्ट्रपति ट्रंप के कितने खास हैं, इसका पता इससे भी चलता है कि उन्होंने उनके दूसरे बेटे एलेक्स विटकाफ को इसी 2 मई को यूएस होलोकॉस्ट मेमोरियल काउंसिल में नियुक्त किया है।

पाकिस्तान सरकार की ओर से बनाई गई पीसीसी का सीईओ बिलाल बिन साकिब है। पीसीसी हाल में स्थापित की गई कंपनी है।
डब्लूएलएफ भी 2024 में स्थापित की गई और उसमें ट्रंप परिवार की हिस्सेदारी 60 प्रतिशत है। बिलाल को इसी साल 20 मार्च को पाकिस्तान वित्त मंत्रालय का सलाहकार बनाया गया था।
पीसीसी से समझौते के पहले डब्लूएलएफ ने भी बिलाल को अपना सलाहकार बनाने की घोषणा 15 अप्रैल को एक्स पर एक पोस्ट के जरिये की थी।

डिजिटल इकोनॉमी को बढ़ावा
पाकिस्तान की डिजिटल इकोनॉमी को बढ़ावा देने और ब्लॉककचेन स्थापित करने के लिए डब्लूएलएफ की ओर से पीसीसी से समझौता करने इस्लामाबाद गए जैक विटकाफ के साथ चेस हेरो और जैक फोकमैन भी थे। ये दोनों भी डब्लूएलएफ के सह संस्थापक हैं।
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सेना के शीर्ष अफसरों से मिलेपाकिस्तान में इन तीनों का स्वागत किसी शासनाध्यक्ष की तरह हुआ था। उनके सम्मान में नाच-गाना हुआ और ढोल-नगाड़े बजे। वे सरकार और सेना के शीर्ष अफसरों से मिले। वे लाहौर भी गए। जैक विटकाफ ने इसके कई फोटो एक्स पर साझा किए और पाकिस्तान की कुछ वैसी ही प्रशंसा की, जैसे ट्रंप ने की थी।

अमेरिका में मनी लॉन्ड्रिंगजैक विटकाफ ने पीसीसी से समझौते को ऐतिहासिक बताया और पाकिस्तान में हुए अनुभव को अविश्वसनीय। इन सबके साथ क्रिप्टो एक्सचेंज चलाने वाला चांगपेंग झाओ भी था, जिसे पीसीसी ने अपना रणनीतिक सलाहकार बनाया है। झाओ को कुछ समय पहले अमेरिका में मनी लॉन्ड्रिंग मामले में चार माह की सजा हुई थी।
धोखाधड़ी का आरोपरॉयटर की एक खबर के अनुसार, हेरो और फोकमैन पर उनके पुराने व्यापारिक साझीदार धोखाधड़ी का आरोप लगा चुके हैं। एबीसी न्यूज के अनुसार, हेरो ड्रग्स बेचने के आरोप में जेल जा चुका है और फोकमैन पर शतरंज सिखाने के बहाने लड़कियों के यौन शोषण के आरोप लग चुके हैं।
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