तीन दशक बाद दो आतंकी आंध्र प्रदेश से गिरफ्तार, 20 किलो विस्फोटक बरामद; आडवाणी की रथयात्रा को निशाना बनाने की रची थी साजिश
30 वर्षों से फर्जी पहचान के साथ रह रहे दो आतंकियों अबूबकर सिद्दीकी और मोहम्मद अली को यहां से गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से लगभग 20 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया गया है। अबूबकर 2011 में पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की तमिलनाडु के मदुरै में रथ यात्रा के दौरान पाइप बम लगाने की कोशिश में कथित रूप से शामिल था।

HIGHLIGHTSतमिलनाडु पुलिस ने की गिरफ्तारी, कहा- पहचान बदलकर रह रहे थे दोनों आतंकवादी
आंध्र पुलिस ने बताया, उच्च तीव्रता वाले 8-10 बम बनाने के लिए काफी है जब्त विस्फोटक
30 वर्षों से फर्जी पहचान के साथ रह रहे दो आतंकियों अबूबकर सिद्दीकी और मोहम्मद अली को यहां से गिरफ्तार किया गया है। उनके पास से लगभग 20 किलोग्राम विस्फोटक बरामद किया गया है।
बम मचा सकते थे तबाही
यह 50-60 आइईडी या 8-10 उच्च तीव्रता वाले सूटकेस बम बनाने के लिए पर्याप्त है। ये बम 30 मीटर के दायरे में तबाही मचा सकते थे जो पिछले वर्ष बेंगलुरु में रामेश्वरम कैफे विस्फोट के समान होती। ऑक्टोपस बम निरोधक विशेषज्ञ जांच में सहायता कर रहे हैं।
लालकृष्ण आडवाणी की रथयात्रा में बम लगाने की थी साजिश
अबूबकर 2011 में पूर्व उपप्रधानमंत्री लालकृष्ण आडवाणी की तमिलनाडु के मदुरै में रथ यात्रा के दौरान पाइप बम लगाने की कोशिश में कथित रूप से शामिल था।
नाम बदलकर रह रहा था आतंकी
तमिलनाडु पुलिस ने बताया था कि वह यहां अमानुल्लाह खान के नाम से रह रहा था। मोहम्मद अली उसका साथी है और वह मंसूर के नाम से रह रहा था। दोनों कथित तौर पर 1995 के एग्मोर और कोयंबटूर विस्फोटों, 1999 के कासरगोड ट्रेन विस्फोट और 2013 के मल्लेश्वरम बम मामले में भी शामिल थे। अबूबकर खाड़ी देशों की यात्रा भी कर चुका है।
गुरुवार को कुरनूल रेंज के डीआइजी कोया प्रवीण और अन्नामय्या जिले के एसपी वी. विद्यासागर नायडू ने बताया कि तमिलनाडु पुलिस ने सिद्दीकी और अली का पता लगाने के लिए आंध्र प्रदेश पुलिस से मदद मांगी थी।
इसके बाद उन्हें तमिलनाडु के आतंकवाद निरोधी दस्ते ने अन्नामय्या जिले में उनके ठिकाने से सोमवार को गिरफ्तार किया। दोनों अल-उम्मा नामक आतंकी संगठन से जुड़े थे।
दोनों बड़ी आतंकी गतिविधियों में शामिल थे
डीआइजी प्रवीण ने कहा, दोनों बड़ी आतंकी गतिविधियों में शामिल थे और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा थे। उनकी गिरफ्तारी के बाद रायचोटी शहर में कोट्टापल्ली और महबूब बाशा स्ट्रीट पर उनके आवासों की तलाशी ली गई। दोनों आतंकी छोटे-मोटे व्यापारी के तौर पर बस गए थे।
दोनों आतंकियों ने शादी भी कर ली थी
अबूबकर ने पांच वर्ष पहले शादी की थी, जबकि अली ने एक दशक पहले शादी की थी। तलाशी के दौरान उनकी पत्नियों सायरा बानू और शेख शमीम ने पुलिस के काम में बाधा डाली और महिला अधिकारियों पर हमला किया।
लिहाजा दोनों महिलाओं को गिरफ्तार कर कडप्पा जेल भेज दिया गया है।जब्त की गई अन्य वस्तुओं में खंजर, दरांती, डिजिटल टाइमर, घड़ी के स्विच, पुल/प्रेशर स्विच, गैस ट्यूब अरेस्टर, स्पीड कंट्रोलर, बाल बेयरिंग, नट और बोल्ट, दूरबीन, वाकी-टाकी, मोबाइल फोन और हैकिंग सॉफ्टवेयर शामिल हैं।
भारतीय शहरों के नक्शे बरामद
इनके अलावा पुलिस ने प्रमुख भारतीय शहरों के नक्शे, कोडिंग मैनुअल, आइएसआइएस से प्रेरित साहित्य, संपत्ति के दस्तावेज, डिजिटल स्टोरेज डिवाइस, चेक बुक और संदिग्ध लेनदेन से जुड़े वित्तीय रिकॉर्ड भी जब्त किए हैं।
पुलिस ने बताया कि दोनों ने डिजिटल ट्रेल से बचने के लिए विस्फोटक सामग्री को स्थानीय स्तर पर खरीदा था और उपकरणों को असेंबल करने के लिए घड़ी के डायल एवं प्लास्टिक बाक्स का इस्तेमाल किया।
संदिग्ध फिलहाल तमिलनाडु की जेल में बंद हैं
रायचोटी पुलिस स्टेशन में विस्फोटक अधिनियम, शस्त्र अधिनियम, यूएपीए और भारतीय न्याय संहिता की धारा-132 के तहत दो मामले दर्ज किए गए हैं। एसपी नायडू ने कहा कि संदिग्ध फिलहाल तमिलनाडु की जेल में बंद हैं।
आंध्र प्रदेश पुलिस व्यापक आतंकी नेटवर्क, फंडिंग स्त्रोतों और अन्य साजिशों का पता लगाने के लिए हिरासत में पूछताछ की मांग करेगी।
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