Thomson ने भारत में AlphaBeat साउंडबार सीरीज लॉन्च की जिसमें AlphaBeat80 AlphaBeat120 AlphaBeat160 और AlphaBeat200 मॉडल्स शामिल हैं। ये 80W-200W RMS तक ऑडियो आउटपुट देंगे। AlphaBeat रेंज के हर साउंडबार में 2.1 चैनल सेटअप और वायर्ड सबवूफर है। ये स्मार्ट टीवी और स्मार्टफोन्स के लिए परफेक्ट हैं। आइए जानते हैं इनके बारे में बाकी डिटेल।

फ्रेंच कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स ब्रांड Thomson ने भारत में अपनी नई AlphaBeat साउंडबार सीरीज लॉन्च की है। इस सीरीज में चार मॉडल्स शामिल हैं: AlphaBeat80, AlphaBeat120, AlphaBeat160, और AlphaBeat200। इनका RMS आउटपुट 80W से 200W तक है। ये साउंडबार्स Flipkart की GOAT सेल में उपलब्ध होंगे।
AlphaBeat रेंज के हर साउंडबार में 2.1 चैनल सेटअप और वायर्ड सबवूफर है, जो बेस आउटपुट को बेहतर बनाता है। ये प्रोडक्ट्स उन होम यूजर्स के लिए हैं, जो अपने टेलीविजन ऑडियो को डेडिकेटेड स्पीकर्स के साथ अपग्रेड करना चाहते हैं। AlphaBeat साउंडबार रेंज Flipkart पर बिक्री के लिए उपलब्ध होगी, जिसकी कीमत 2,999 रुपये से शुरू होगी।

ये मॉडल्स Bluetooth 5.3, HDMI ARC, ऑप्टिकल, USB और AUX इनपुट्स से लैस हैं, जिससे ये स्मार्ट टीवी, स्मार्टफोन्स और सेट-टॉप बॉक्स जैसे कई डिवाइसेज के साथ कंपैटिबल हैं।
साउंडबार्स में मूवी, म्यूजिक, न्यूज और 3D ऑडियो जैसे अलग-अलग ऑडियो प्रीसेट मोड्स हैं। ये यूजर्स को कंटेंट के हिसाब से साउंड आउटपुट एडजस्ट करने में मदद करते हैं। टॉप-एंड AlphaBeat200 200W RMS पावर देता है, जो बड़े कमरों में हाई ऑडियो आउटपुट चाहने वालों के लिए है।
Thomson के मुताबिक, साउंडबार्स को भारतीय कंटेंट कंजम्पशन प्रेफरेंसेज के लिए खासतौर पर ट्यून किया गया है। इसमें एक्शन फिल्म्स, म्यूजिक, स्पोर्ट्स कमेंट्री और OTT स्ट्रीमिंग कंटेंट के लिए ऑप्टिमाइज्ड सेटिंग्स शामिल हैं। Thomson का कहना है कि साउंडबार्स फ्रांस में डिजाइन किए गए हैं, लेकिन भारतीय लिविंग रूम स्पेसेस के लिए टेलर्ड हैं, जिनका कॉम्पैक्ट फॉर्म फैक्टर वॉल-माउंटेड या टेबलटॉप टेलीविजन्स के नीचे आसानी से फिट हो जाता है।
क्विक स्पेसिफिकेशन्स:RMS आउटपुट: 80W से 200W तक
कॉन्फिगरेशन: 2.1 चैनल, वायर्ड सबवूफर के साथ
कनेक्टिविटी: Bluetooth 5.3, HDMI ARC, ऑप्टिकल, USB, AUX
ऑडियो मोड्स: मूवी, म्यूजिक, न्यूज, 3D
फीचर्स: Magic Sound+ सिम्युलेटेड सराउंड ऑडियो के लिए, SubWave Bass Engine लो-फ्रीक्वेंसी परफॉर्मेंस के लिए
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