तो क्या पायलट की गलती से हुआ विमान हादसा? क्रैश से पहले कॉकपिट से सामने आई पायलटों के बीच की बातचीत
अहमदाबाद में एअर इंडिया विमान हादसे पर AAIB की शुरुआती जांच रिपोर्ट में चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं। टेकऑफ के बाद विमान के दोनों इंजन अचानक बंद हो गए जिससे वह 30 सेकंड में ही गिर गया। पायलट और को-पायलट ने इंजन बंद करने से इनकार किया है जिससे तकनीकी खामी की आशंका बढ़ गई है।

अहमदाबाद में 12 जून को हुए एअर इंडिया विमान हादसे को लेकर भारतीय दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने अपनी शुरुआती जांच रिपोर्ट जारी की है। रिपोर्ट में कई चौंकाने वाली बातें सामने आई है।
रिपोर्ट से पता चला है कि टेकऑफ के कुछ सेकेंड के बाद ही विमान के दोनों इंजन अचानक खुद ही बंद हो गए थे, जिस वजह से विमान 30 सेकेंड के अंदर ही गिर गया।

AAIB की 15 पन्नों की रिपोर्ट में क्या आया सामने?विमान ने 180 नॉट्स की अधिकतम इंडिकेटेड एअरस्पीड (IAS) हासिल की।
इसके तुरंत बाद इंजन-1 और इंजन-2 के फ्यूल कटऑफ स्विच रन से कटऑफ पोजिशन में चले गए और वो भी सिर्फ 1 सेकंड के अंतराल पर।
जिससे इंजनों में ईंधन आना बंद हो गया और दोनों इंजन के N1 व N2 रोटेशन स्पीड तेजी से गिरने लगी।
पायलट और को-पायलट के बीच की बातचीत
रिपोर्ट में यह भी खुलासा हुआ है कि कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर में इंजन बंद होने को लेकर पायलट और को-पायलट के बीच बातचीत भी हुई थी। रिपोर्ट के मुताबिक, पायलट सुमीत सुभरवाल ने अपने को-पायलट क्लाइव कुंदर से सवाल किया कि तुमने इंजन फ्यूल क्यों बंद किया?
इसके जवाब में को-पायलट ने जवाब दिया कि मैंने कुछ नहीं किया। यह बातचीत सामने आने के बाद हादसे की रहस्यमयी प्रकृति को और गहरा करती है, क्योंकि दोनों पायलटों ने इंजन बंद करने की बात से इनकार किया है।

मलबा सुरक्षित रखा गया
ऐसे में ये माना जा रहा है कि यह एक संभावित तकनीकी खामी हो सकती है। हालांकि, रिपोर्ट में कहा गया है कि अभी तक की जांच में ऐसा कुछ नहीं मिला है जिससे बोइंग 787-8 विमान या उसके इंजन बनाने वाली कंपनी के लिए कोई चेतावनी जारी करनी पड़े।
AAIB के अनुसार, दुर्घटनास्थल पर ड्रोन फोटोग्राफी और वीडियोग्राफी करी ली गई है और मलबा सुरक्षित जगह रखा गया है ताकि आगे की तकनीकी जांच की जा सके।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अभी की जांच में ऐसा कुछ नहीं मिला है जिससे बोइंग 787-8 विमान या उसके इंजन बनाने वाली कंपनी के लिए कोई चेतावनी जारी करनी पड़े।
निकाले जा रहे हैं EAFR का डेटा
विमान हादसे की जांच अभी भी जारी है और इससे जुड़े कई महत्वपूर्ण तकनीकी हिस्सों की पहचान कर उन्हें आगे की जांच के लिए अलग रख दिया गया है। AAIB ने बताया कि विमान के पिछले हिस्से में लगे एक्सटेंडेड एअरफ्रेम फ्लाइट रिकॉर्डर (EAFR) को भारी नुकसान पहुंचा है और उसे पारंपरिक तरीकों से एक्सेस नहीं किया जा सका है।
इस रिकॉर्डर से डेटा निकालने के लिए स्पेशल टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल किया जा रहा है। EAFR का डेटा फॉर्वर्ड यूनिट से सफलतापूर्वक डाउनलोड कर लिया गया है। साथ ही चश्मदीदों और एकमात्र बचे यात्री के बयान भी लिए जा चुके हैं।
प्रारंभिक रिपोर्ट पर एअर इंडिया का बयान
प्रारंभिक रिपोर्ट सामने आने के बाद एअर इंडिया ने बयान जारी किया है...
"Air India AI171 दुर्घटना से प्रभावित परिवारों और व्यक्तियों के साथ खड़ी है। हम इस क्षति पर शोक व्यक्त करते हैं और इस कठिन समय में पूर्ण समर्थन देने के लिए प्रतिबद्ध हैं।"
"हम 12 जुलाई 2025 को AAIB द्वारा जारी प्रारंभिक रिपोर्ट को स्वीकार करते हैं और एअर इंडिया सभी हितधारकों जिनमें नियामक भी शामिल हैं, उनके साथ मिलकर कार्य कर रही है।"
"हम AAIB और अन्य प्राधिकरणों के साथ पूर्ण सहयोग करना जारी रखेंगे, क्योंकि जांच आगे बढ़ रही है। जांच के सक्रिय स्वरूप के देखते हुए, हम किसी भी विशेष विवरण पर टिप्पणी करने में असमर्थ हैं और इस प्रकार की सभी पूछताछ के लिए AAIB से सपर्क करने की सलाह देते हैं।"
कब हुई थी घटना?
गौरतलब है कि 12 जून को अहमदाबाद के इंटरनेशनल एअरपोर्ट से लंदन गैटविक के लिए उड़ान भरने के 30 सेकेंड के भीतर ही एअर इंडिया का विमान बड़े हादसे का शिकार हो गया था।

इस विमान में कुल 242 लोग सवार थे। इस घटना में 241 लोगों की मौत हो गई थी और सिर्फ एक व्यक्ति ही जीवित बच पाया। यह पहली बार है कि बोइंग की सबसे लोकप्रिय वाइड-बॉडी विमाम ड्रीमलाइनर (Boeing 787) की किसी दुर्घटना में इतनी मौतें हुईं और विमान पूरी तरह से नष्ट हो गया हो।
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