भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज ऋषभ पंत ने एजबेस्टन टेस्ट की दूसरी पारी में शानदार अर्धशतक जमाया। इसी पारी के दौरान पंत का मस्तमौला अंदाज देखने को मिला। वह जब आउट हुए तो अनोखे अंदाज में पवेलियन लौटे जिसे देखने वालों की हंसी तक छूट गई। पंत ने 65 रनों की पारी खेली।

भारत की टेस्ट टीम के नए उप-कप्तान ऋषभ पंत का बल्ला इंग्लैंड दौरे पर जमकर बोल रहा है। हेडिंग्ले में खेले गए पहले टेस्ट मैच में शतक जमाने के बाद बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने एजबेस्टन में खेले जा रहे दूसरे टेस्ट की दूसरी पारी में अर्धशतक जमाया। पंत ने अपने तूफानी अंदाज में बल्लेबाजी की। पंत की बैटिंग ने तो सभी का ध्यान अपनी तरफ खींचा। उससे ज्यादा उनके विकेट पर लोगों का ध्यान गया जो काफी अनोखा रहा।
पंत ने पहली पारी में 25 रन बनाए थे। दूसरी पारी में उनके बल्ले से 65 रन निकले जिसके लिए उन्होंने 58 गेंदों का सामना किया और आठ चौकों के अलावा तीन छक्के मारे। उन्होंने कप्तान शुभमन गिल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी की।
विकेट भी फेंका और बल्ला भी
पंत कप्तान गिल के साथ तेजी से रन बना रहे थे। इस दौरान शोएब बशीर गेंदबाजी करने आए। बशीर की फ्लाइटेड गेंद पर पंत ने जोर से बल्ला चलाया। गेंद बल्ले पर लगी और हवा में गई। लॉन्ग ऑन पर बेन डकेट ने उनका कैच लपका। इसी बीच देखा गया कि पंत का बल्ला भी शॉट खेलने के दौरान उनके हाथ से छूट गया था और बायडर्न कार्स ने फिर पवेलियन जाते समय पंत को उनका बल्ला लौटाया।
अगर पंत का बल्ला उनके साथ से फिसलता नहीं तो ये छक्का भी हो सकता है। अक्सर देखा जाता है कि पंत के हाथ से बल्ला फिसल जाता है। दूसरी पारी में भी उनके साथ आउट होने से पहले एक बार ये हो चुका था। पहले टेस्ट मैच में भी उनका बल्ला फिसल गया था। पंत जब भी बल्लेबाजी करने आते हैं उनके साथ कई बार ऐसा होता है कि उनका एक हाथ बल्ले से छूट जाता है।
पंत हैं मस्तमौला
पंत जब तक मैदान पर रहते हैं कुछ न कुछ ऐसा करते रहते हैं जिसको देख उनकी टीम और विरोधी टीम दोनों के खिलाड़ियों की हंसी छूट जाए। फिर चाहे वो विकेटकीपिंग करें या बैटिंग। दूसरी पारी के दौरान पंत कई बार कुछ न कुछ कहते हुए स्टम्प माइक पर कैद हुए। वह कभी खुद से बात कर रहे थे तो कभी इंग्लैंड टीम की स्लेजिंग का मस्ती से जवाब दे रहे थे। कप्तान गिल के साथ भी वह लगातार बात कर रहे थे।
पंत ने पहली पारी में 25 रन बनाए थे। दूसरी पारी में उनके बल्ले से 65 रन निकले जिसके लिए उन्होंने 58 गेंदों का सामना किया और आठ चौकों के अलावा तीन छक्के मारे। उन्होंने कप्तान शुभमन गिल के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 110 रनों की साझेदारी की।
विकेट भी फेंका और बल्ला भी
पंत कप्तान गिल के साथ तेजी से रन बना रहे थे। इस दौरान शोएब बशीर गेंदबाजी करने आए। बशीर की फ्लाइटेड गेंद पर पंत ने जोर से बल्ला चलाया। गेंद बल्ले पर लगी और हवा में गई। लॉन्ग ऑन पर बेन डकेट ने उनका कैच लपका। इसी बीच देखा गया कि पंत का बल्ला भी शॉट खेलने के दौरान उनके हाथ से छूट गया था और बायडर्न कार्स ने फिर पवेलियन जाते समय पंत को उनका बल्ला लौटाया।
अगर पंत का बल्ला उनके साथ से फिसलता नहीं तो ये छक्का भी हो सकता है। अक्सर देखा जाता है कि पंत के हाथ से बल्ला फिसल जाता है। दूसरी पारी में भी उनके साथ आउट होने से पहले एक बार ये हो चुका था। पहले टेस्ट मैच में भी उनका बल्ला फिसल गया था। पंत जब भी बल्लेबाजी करने आते हैं उनके साथ कई बार ऐसा होता है कि उनका एक हाथ बल्ले से छूट जाता है।
पंत हैं मस्तमौला
पंत जब तक मैदान पर रहते हैं कुछ न कुछ ऐसा करते रहते हैं जिसको देख उनकी टीम और विरोधी टीम दोनों के खिलाड़ियों की हंसी छूट जाए। फिर चाहे वो विकेटकीपिंग करें या बैटिंग। दूसरी पारी के दौरान पंत कई बार कुछ न कुछ कहते हुए स्टम्प माइक पर कैद हुए। वह कभी खुद से बात कर रहे थे तो कभी इंग्लैंड टीम की स्लेजिंग का मस्ती से जवाब दे रहे थे। कप्तान गिल के साथ भी वह लगातार बात कर रहे थे।
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