मास्टर लड्डू उर्फ इंद्रजीत सिंह ने 1979 में फिल्म मिस्टर नटवरलाल से अपने करियर की शुरुआत की थी। फिल्म में उन्होंने यंग नटवरलाल अमिताभ बच्चन का किरदार निभाया था। इसके अलावा वह 1989 में चुनौती फिल्म 1990 में थानेदार फिल्में नजर आए थे। लेकिन क्या आपको पता है कि इस नन्हें से बच्चे की 18 साल की उम्र में निर्मम हत्या कर दी गई थी।

बॉलीवुड में ऐसे कई ऐसे कलाकार हैं जिन्होंने बतौर चाइल्ड आर्टिस्ट अपने करियर की शुरुआत की। इनमें से कुछ जहां बड़े होने के बाद गायब हो गए वहीं कुछ आज भी बॉलीवुड का जाना-माना नाम हैं। आज हम जिस एक्टर की बात कर रहे हैं उसने अमिताभ बच्चन-रेखा से लेकर हेमा मालिनी और धर्मेंद्र के साथ काम किया लेकिन आज वो इस दुनिया में मौजूद नहीं है।
फिल्म मिस्टर नटवरलाल में किया था काम
हम बात कर रहे हैं मास्टर लड्डू (Master Laddu ) के नाम से मशहूर इंद्रजीत सिंह (Indrajit Singh) की जिन्होंने साल 1979 में आई अमिताभ बच्चन, रेखा, अजीत, कादर खान और अमजद खान अभिनीत फिल्म मिस्टर नटवरलाल में युवा नटवरलाल की भूमिका निभाकर सबका दिल जीत लिया था। राकेश कुमार द्वारा निर्देशित यह फिल्म हिट रही। इसमें युवा इंद्रजीत को स्क्रीन पर देखकर हर कोई इस प्यारे से बच्चे की अदाकारी का कायल हो गया। इंद्रजीत की आंखों की मासूमियत उनके डायलॉग बोलने से पहले बोल जाती थी।

किन फिल्मों में आए थे नजर
मास्टर लड्डू 80 के दशक का एक जाना-माना चेहरा थे। उनका करियर भले ही छोटा रहा लेकिन वो ऐसी छाप छोड़ने में कामयाब रहे जिसे हर कोई आज भी याद करता है। इस जर्नी में कई छोटी और यादगार फिल्में शामिल हैं। मिस्टर नटवरलाल के बाद, वे साल 1989 में चुनौती और थानेदार (1990) जैसी फिल्मों में नजर आए। इसके अलावा उन्होंने ड्रीम गर्ल में धर्मेंद्र और हेमा मालिनी, थानेदार में जीतेंद्र, संजय दत्त, माधुरी दीक्षित और जयाप्रदा के साथ भी काम किया।
18 साल की उम्र में हो गई थी हत्या
हालांकि दुर्भाग्य से,इंद्रजीत सिंह का ये सफर ज्यादा लंबा चल नहीं पाया और 1989 में उनका निधन हो गया। इंद्रजीत 18 साल के थे जब उनकी हत्या कर दी गई। यह चौंकाने वाली घटना मुंबई के अंधेरी इलाके में हुई, जहां तीन लोगों ने गला घोंटकर उनकी हत्या कर दी।
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क्या था पूरा मामला?
आईएमडीबी के अनुसार, यह हत्या कथित तौर पर उनके पिता से जुड़े एक आवास विवाद की वजह से हुई। कहा जाता है कि किराए के विवाद के कारण परिवार को अपना फ्लैट खाली करने के लिए कहा गया था। हालांकि उनके पिता ने ज़ोर देकर कहा कि उनके पट्टे में अभी समय बाकी है, लेकिन मकान मालिकों ने कथित तौर पर उनकी बात सुनने से इनकार कर दिया। यह विवाद हिंसा में बदल गया और इसने भयावह रूप धारण कर लिया जिसमें मालिक के कुछ लोगों ने गला दबाकर इंद्रजीत की हत्या कर दी। इस मामले में अहमद बाबाजान शेख पर हत्या का आरोप लगाया गया था। मास्टर लड्डू निर्माता भगवंत एस आनंद के बेटे थे, जिन्हें भारत के संतान के लिए जाना जाता है।
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