स्क्रीन पर फिर दिखेगा रांझणा जैसा होगा जादू? Tere Ishk Mein देखने के 5 मुख्य कारण
धनुष, आनंद एल राय की फिल्म 'रांझणा' के बाद अब कृति सेनन के साथ 'तेरे इश्क में' (Tere Ishk Mein) लेकर आ रहे हैं। इस फिल्म का ट्रेलर देखकर फैंस काफी उत्साहित हैं। इसकी एडवांस बुकिंग भी अच्छी हो रही है। फिलहाल फिल्म 27 नवंबर को रिलीज होने वाली है क्या हैं इसकी खूबियां, जानिए फिल्म देखने के 5 मुख्य कारण।

फिल्म तेरे इश्क में के एक सीन में धनुष (फोटो-इंस्टाग्राम)
साल 2013 में आई आनंद एल राय की फिल्म रांझणा तो आपको याद ही होगी। फिल्म में कुंदन के रोल में नजर आए धनुष ने सिल्वर स्क्रीन पर जो जादू बिखेरा वो हर किसी के जहन में बस गया। जब भावनाएं अंदर से निकलकर आती हैं तो थिएटर तक लोगों को खींचने में मुश्किल नहीं होती।
फैंस के बीच एक्साइटमेंट
ऐसा ही अहसास आपको दोबारा स्क्रीन पर कराने धनुष वापस आ रहे हैं। इस बार वो कृति सेनन के साथ फिल्म लेकर आ रहे हैं जिसका टाइटल है तेरे इश्क में। फैंस इसका ट्रेलर देखकर पहले ही काफी ज्यादा एक्साइटेड हैं और अब जैसे-जैसे रिलीज की डेट नजदीक आ रही है उनसे ये उत्साह कंट्रोल नहीं हो रहा है।
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भूषण कुमार की टी-सीरीज और आनंद एल राय के कलर येलो प्रोडक्शंस द्वारा समर्थित इस फिल्म की एडवांस बुकिंग में भी उछाल देखने को मिला है। आज हम आपको वो 5 कारण बताएंगे जिनकी वजह से आपको ये फिल्म जरूर देखनी चाहिए।
इरशाद कामिल, एआर रहमान और अरिजीत सिंह का संगीत
जब ए.आर. रहमान संगीत रचते हैं और इरशाद कामिल लिखते हैं, तो प्यार को एक नई भाषा मिलती है। तेरे इश्क में का साउंडट्रैक सिर्फ मूड ही नहीं बनाता; बल्कि कहानी भी बयां करता है। जहां रहमान के साउंडस्केप्स धीरे-धीरे भावनाओं को उभारते हैं और कामिल के बोल दिल टूटने को कविता में बदल देते हैं, वहीं अरिजीत सिंह की आवाज उसे और गहराई से छूकर गुजरती है।
एक खूबसूरत लव स्टोरी
तेरे इश्क में की कहानी को डायरेक्टर ने बहुत सेफली खेलने का प्रयास नहीं किया है। यह प्यार को अव्यवस्थित और विनाशकारी दिखाने से नहीं हिचकिचाता। इस क्षणभंगुर प्रेम की दुनिया में, यह हमें यह याद दिलाने में समय लगाता है कि दिल टूटना भी खूबसूरत हो सकता है।
कृति सेनन और धनुष की केमिस्ट्री
धनुष जिस तरह से लालसा व्यक्त करते हैं, कम ही अभिनेता कर पाते हैं। वह राय की दुनिया में एक ऐसे अभिनय के साथ लौटते हैं जो जीवंत होने के साथ-साथ भयावह और परतों से ढका हुआ सा लगता है। उनके विपरीत, कृति स्थिरता, शक्ति और दृढ़ निश्चयी चरित्र के साथ-साथ उनकी अराजकता से मेल खाने वाली शांति भी लाती हैं। साथ मिलकर, वे प्रेम को अप्रत्याशित, नाजुक और वास्तविक महसूस कराते हैं।
डायरेक्टर आनंद एल राय का इमोशनल कोर
आनंद एल राय की बेहतरीन कहानियां कोमलता और उथल-पुथल के बीच के अंतराल में रची-बसी हैं। तेरे इश्क में के साथ, वह उस दुनिया में गहराई से उतरते हैं। यह कोई ऐसी प्रेम कहानी नहीं है जो पूर्णता की तलाश में हो; यह सत्य की तलाश में है। हर फ्रेम में भावना और चाहत का भार है। दो हिट फिल्मों के बाद राय और धनुष तीसरी बार साथ आ रहे हैं, इसलिए नई फिल्म का बेसब्री से इंतजार है।
येलो कलर प्रोडक्शन
टी-सीरीज और कलर येलो प्रोडक्शंस के साथ मिलकर बनी 'तेरे इश्क में' में पैमाने और आत्मा का संगम है। यह फिल्म सिनेमाई अनुभव, अद्भुत दृश्यों, भावपूर्ण संगीत और रंगमंच के लिए डिजाइन की गई कहानी की समृद्धि समेटे हुए है।
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